


साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड अंतर्गत जिले की खदान विस्तार में होनी वाली समस्याओं में गुणवत्ता भी बड़ी समस्या बनती जा रही है। खनन क्षेत्र के लिए जमीन की कमी और खनन के पश्चात गुणवत्ता पर जोर दोनों ही परिस्थितियों पर नजर रखना मुश्किल है। पावर प्लांट को होने वाली कोयले की आपूर्ति तय मानक से काफी कम है वजह है कोयला उत्पादन में निगेटिव ग्रोथ। वर्तमान समय में कुसमुंडा अपने उत्पादन लक्ष्य से बेहद पिछड़ी हुई है। ऐसे में लगातार आंदोलन की वजह से भी खदान के की भी प्रभावित हो रहें। स्थाई और विकल्प रोजगार की मांग को लेकर प्रतिदिन आंदोलन हड़ताल की वजह से कोयला उत्पादन और डिस्पैच बुरी तरह से प्रभावित है। प्रशासन के द्वारा भी इस पर हस्तक्षेप किया जा रहा है परंतु सार्थक निराकरण नहीं निकल पाने की वजह से प्रबंधन को इस तरह की समस्याओं एक समाना करना पड़ रहा है। वर्तमान समय में कोयला साइलो बैंकर द्वारा रेल के माध्यम से ,कन्वेयर बेल्ट के माध्यम पावर प्लांट तक कोल सप्लाई की जा रही है। जो वतर्मान में कम क्वांटिटी में सप्लाई की जा रही है। इसका प्रभाव रोड सेल में भी देखने को मिल रहा है। तय समय में पावर प्लांटों को कोयला उपलब्ध कराना और डिस्पैच करना बड़ी चुनौती है।