एसईसीएल कुसमुंडा की दुर्गा पूजा मैदान में ठेकदार का अवैध कब्जा

साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड की मेगा परियोजना कुसमुंडा आज अपने विस्तार के लिए जमीन को तरस रही है। कोयला खदान गांवों के मुहाने पर खड़ी है। कोयला उत्पादन निम्न स्तर पर है, ऐसी संभावना जताई जा रही है कि उत्पादन लक्ष्य इस वर्ष आधे से भी कम होने वाला है। एसईसीएल कुसमुंडा परियोजना ना सिर्फ खदान के बाहर खदान विस्तार के लिए एक-एक इंच जमीन के लिए तरस रही है अपितु बसावट अथवा अपने कर्मचारियों के लिए भी आवास के लिए तरस रही है। ऐसे में एसईसीएल में चार पहिया वाहन हायरिंग का काम करने वाले एक ठेकेदार द्वारा लगभग चार से पांच एकड़ में फैले नेहरू नगर के दुर्गा मैदान में पूरी तरह से कब्जा कर लिया गया है। विगत कई वर्षों से यह कब्जा खुलेआम चल रहा है इस ठेकेदार के द्वारा यहां अपने सैकड़ो वाहनों को पार्किंग बनाकर खड़ा किया जाता है। सामने गेट पर ताला लगा कर अन्य किसी भी व्यक्ति, अधिकारी अथवा कर्मचारी के वाहनों को अंदर प्रवेश नहीं दिया जाता। इसके अलावा एसईसीएल कुसमुंडा परियोजना के पूर्व महाप्रबंधक के द्वारा इस ठेकेदार पर बड़ी मेहरबानी करते हुए मैदान के अंदर ही लाखों रूपये खर्च कर कई भवनों का निर्माण कराया गया है जिसका उपयोग ठेकेदार द्वारा स्वयं ही किया जा रहा है। दबी जुबान में कई श्रमिक नेताओं ने इस पर आपत्ति जताई है परंतु ठेकेदार की अधिकारियों संग साठगांठ और क्षेत्र में दबदबा को देखते हुए कोई भी इस पर खुलकर बात करने से बचते हुए नजर आता है। हालांकी कई श्रमिक नेताओं ने कोल इंडिया स्तर पर इसकी लिखित शिकायत की बात भी कही है। इस खबर के बाद देखना होगा कि कुसमुंडा परियोजना के अधिकारी कोई उचित कार्यवाही करते है या नहीं अथवा अवैध कब्जा का यह खेल ऐसे ही चलता रहेगा।
