क्या पहले की तरह ही खदानों में शुरू हो गया है डीजल चोरी का खेल, कुसमुंडा खदान में सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवालिया निशान

क्या पहले की तरह ही खदानों में शुरू हो गया है डीजल चोरी का खेल, कुसमुंडा खदान में सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवालिया निशान
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कोरबा – एक समय था जब कुसमुंडा खदान में हर महीने लाखों लीटर डीजल की चोरियां होती थी, कुसमुंडा प्रबंधन द्वारा शिकायतों की लंबी लिस्ट आए दिन देखने सुनने को मिलती थी। डीजल चोरों में अक्सर डीजल चोरी को लेकर वर्चस्व की लड़ाइयां भी होती रहती थी। जिस वजह से आए दिन मारपीट और वाहनों में तोड़ फोड़ की घटनाएं भी घटित होती रहती है। उस वक्त कुसमुंडा खदान की सुरक्षा में तैनात सीआईएफ पर भी सुरक्षा व्यवस्था में सवालिया निशान उठ खड़े हुए थे। जिसके बाद से एसईसीएल द्वारा त्रिपुरा स्टेट राइफल की तैनाती यहां की गई थी, कुछ समय डीजल चोरी पर अंकुश तो लगा लेकिन उसके बाद फिर से यह खेल बड़े साठगांठ के साथ शुरू हो गया था। पुलिस द्वारा भी लगातार कार्यवाहि के बाद जैसे तैसे डीजल चोरी की घटनाओं में विराम लगा था, यह विराम पूर्ण विराम नहीं था , शायद इसी लिए एक बार फिर खदानों में में डीजल चोरी की वारदातों में इजाफा हुआ है। लोकल स्तर पर जिन लोगों के हाथ डीजल चोरी से सने हुए थे वे अब सफेद पोश बनकर खदान में लिफ्टिंग का काम ट्रक,ट्रेलर या चारपहिया कांट्रेक्ट का काम कर रहे हैं। डीजल एसईसीएल के भारीवाहनों से चोरी होकर अंदर ही इन रोड सेल के कोयला परिवहन करने वाले वाहनों अथवा ठेका कार्य में लगे वाहनों में खपाया जा रहा है। इस वजह से खदान के बाहर दुनिया को इस डीजल को चोरी की खबर नहीं लग रही है। परंतु अंदर में हो रही डीजल चोरी में भी चोरों में अब वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिल रही है जिस वजह से चोरी की खबरें अब आम लोगों तक भी पहुंच रही हैं वहीं इसका प्रभाव भी अब मार खा कर चुकाना पड़ रहा है। बीते कुछ दिनों में कुसमुंडा खदान में डोजर ऑपरेटर, डंफर ऑपरेटरों के साथ कई मारपीट की घटनाएं भी सामने आई हैं पर थाने तक बात नहीं पहुंची, थाने तक बात नहीं पहुंचना डीजल चोरों से मार खाने अथवा विवाद करने वालों की कही न कही डीजल चोरों के साथ सांठगांठ की ओर इशारा करता है। बात करे ताजा घटनाक्रम की तो बीते मंगलवार की रात कुसमुंडा खदान में डम्फर ऑपरेटर से डीजल चोरों के द्वारा डीजल चोरी के वक्त वाद विवाद कर मारपीट की गई है। बस दौरान डम्फर का पावर विंडो का कांच तोड़ दिया गया जिससे डम्फर ऑपरेटर के सिर और हाथ मे चोट आई है। उक्त घटना करोड़ो रूपये लेकर सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाल रही त्रिपुरा स्टेट रायफल की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती नजर आ रही है । फिलहाल हुई इस घटना की शिकायत अभी तक संबंधित थाने में नहीं की गई है ।