July 8, 2025

Korba – धान खरीदी में करोड़ों का घोटाला : उपार्जन केंद्र से 1 करोड़ 39 लाख रूपये के धान गायब, कलेक्टर ने लिया एक्शन, समिति प्रबंधक और उपार्जन केंद्र प्रभारी पर FIR के निर्देश

कोरबा : प्रदेश में एक तरफ किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का सिलसिला जारी है। वहीं दूसरी तरफ जवाबदार अफसर इसी धान खरीदी के नाम पर करोड़ों रूपये का घोटाला करने से बाज नही आ रहे है। ताजा मामला कोरबा जिले का है, यहां के दो उपार्जन केंद्रा में करीब एक करोड़ 39 लाख रूपये का 4490 क्वींटल धान कम पाया गया। जांच मेें हुए इस खुलासे के बाद कलेक्टर अजीत वसंत ने एक्शन लेते हुए दोनों उपार्जन केद्र के समिति प्रबंधन और उपार्जन केंद्र प्रभारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के प्रदेश में किसानों से धान की खरीदी कर रही है। इसी कड़ी में कोरबा जिला के 65 धान खरीदी केन्द्रों में पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन का कार्य किया जा रहा है। धान खरीदी प्रक्रिया को सुचारू और पारदर्शी बनाए रखने के लिए कलेक्टर अजीत वसंत ने सभी केन्द्रों के सतत निरीक्षण एवं निगरानी के सख्त निर्देश दिए हैं। कलेक्टर के निर्देश का ही असर रहा कि जिला स्तरीय निरीक्षण दलों के द्वारा धान खरीदी केन्द्रों का नियमित निरीक्षण के दौरान बड़ी गड़बड़ी पकड़ी है।

निरीक्षण दल ने हाल ही में पाली विकासखंड के धान खरीदी केन्द्र उतरदा और पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के कुल्हरिया के निरीक्षण में गंभीर अनियमितताएं पाई गई हैं। यहां उपार्जन केंद्र उतरदा में जांच के दौरान कुल 3684 क्विंटल धान 9210 बोरे भौतिक सत्यापन में कम पाया गया। वहीं 581 नए जूट बारदाने कम और 1195 पुराने बारदाने अधिक मिले। उतरदा उपार्जन केंद्र में करीब एक करोड़ 14 लाख 20 हजार 400 रूपये का धान कम पाया गया। इसी तरह धान खरीदी केंद्र कुल्हरिया में 25 लाख एक हजार 80 रूपये का 806.80 क्विंटल धान और 2017 बोरे कम पाया गया। इसके साथ ही कुल 8 धान स्टेक में से केवल 3 में ही सिंगल लेयर डनेज की व्यवस्था थी।

जांच में इस गंभीर अनियमितता और करोड़ों रूपये के धान के गड़बड़झाला के खुलासे के बाद कलेक्टर अजीत वसंत ने सख्ती दिखाते हुए एक्शन लिया है। कलेक्टर ने दोनों केंद्रों के नोडल अधिकारियों और सहकारिता विस्तार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही समिति प्रबंधकों और उपार्जन केंद्र प्रभारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश उप पंजीयक, सहकारी संस्थाएं कोरबा को दिए हैं। कलेक्टर अजीत वसंत ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि धान उपार्जन प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।